तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर सामने आई बड़ी बात, अब तक 11 लोगों की मौत का मामला आया सामने
1 min readदेहरादून। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं की भारी तादाद तीर्थस्थलों पर उमड़ रही है। भारी भीड़ के कारण तीर्थस्थलों पर लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं, तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर बड़ी बात सामने आई है। बिना स्वास्थ्य की जांच कराए तीर्थयात्रा पर आने का मामला सामने आया है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य की जांच कराकर तीर्थयात्रा पर आने की अपील की है। स्वास्थ्य की ठीक से जांच ठीक से न कराने के मामले के सामने आने के कारण तीर्थस्थलों पर लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक यात्रा पर आए कुल 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया है।
- उत्तराखंड सरकार ने किया साफ, बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं करें चार धाम यात्रा
- तीर्थयात्रा पर आने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य की पूरी जानकारी देने की अपील
- धामों में बढ़ती भीड़ को लेकर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 19 मई तक बंद
सरकार की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है, लेकिन लोग ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था को देखकर हरिद्वार और ऋषिकेश सीधे पहुंच रहे हैं। चार धाम में लगातार बढ़ी रही भीड़ को देखते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था पर गुरुवार को रोक लगाई गई थी। अब यह 19 मई तक बढ़ा दी गई है। पहले ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक 16 मई तक तय की गई थी। ऑफलाइन पंजीकरण करने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और धामों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने यह फैसला लिया है। गुरुवार को पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे की ओर से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक 19 में तक बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।तीर्थस्थलों में उमड़ रही भीड़ को लेकर 19 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया गया है। वहीं, तीर्थयात्रियों के लिए डॉक्टरों की ओर से विशेष जानकारी दी गई है।