धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस पर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
नरेंद्र नगर : विश्व एड्स दिवस के अवसर पर धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के रेड रिबन इकाई, यूथ रेड क्रॉस क्लब एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वाधान में जिला एड्स नियंत्रण समिति टिहरी गढ़वाल के सहयोग से एड्स जागरूकता दिवस पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. उमेश चन्द्र मैठाणी ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि एड्स बीमारी हेतु जागरूकता आवश्कता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर गंभीर बिमारियों का जोखिम लगातार बढ़ता जा रहा है। एचआईवी का बढ़ता संक्रमण भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का कारण है, जिससे हर साल कई मौतें हो जाती हैं। छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के उद्देश्य से महाविद्यालय में जागरूकता अभियान चलाया जाना आवश्यक है। संयुक्त चिकित्सालय के प्रेम लाल टम्टा ने कहा कि जागरूकता ही इस बीमारी का बचाव है जिस हेतु सुरखा क्लीनिक एवं एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्रों पर कई तरह की जांच किटों के माध्यम से उपचार एवं दवा उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम के मुख्य विशेषज्ञ एवं एड्स नियंत्रण के क्षेत्र में 15 वर्षां का अनुभव रखने वाले गिरीश जोशी ने एड्स फैलने के कारण, निवारण एवं रोकथाम के साथ ही बचाव एवं सुरक्षा पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। गिरीश जोशी ने बताया कि वैश्वि स्तर पर एचआईवी संक्रमण की रोकथाम के लिए व्यापक अभियान चलाये जा रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप इस संक्रमण के फैलने की गति को भी नियंत्रित करने में मदद मिली है। एड्स के आंकड़ों को प्रदर्शित करते हुए गिरीश ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर एवं नैनीताल में सबसे ज्यादा एड्स पीड़ित पाये गये, जबकि बागेश्चवर जिले में एक भी केस दर्ज नहीं है।
रेड क्रॉस यूनिट के संयोजक डॉ. संजय महर ने कहा कि एड्स जैसी बीमारी के बचाव एवं सुरक्षा चक्र में मानवीय पहलुओं को बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है जैसा कि वर्ष 2025 के विश्व एड्स दिवस में एड्स हेतु व्यवधान पर विजय एवं एड़्स प्रत्युत्तर में सुधार थीम भी प्रदर्शित करती है कि एड्स बीमारी से ग्रसित लोगों का मनोबल बढ़ाकर इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। रेड रिबन क्लब के संयोजक डॉ. मनोज फोन्दणी द्वारा भी संबोधन दिया गया। जिला चिकित्सालय नरेन्द्रनगर के डॉ. अमित केसरवानी ने कहा कि एच0आई0वी0 का संक्रमण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है जिससे कि रोगी के लिए बिमारियां से मुकाबला कर पाना कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि एचआईवी के कारण एड्स का खतरा होता है। उन्होंने कहा कि एड्स को लाइलाज बीमारी माना जाता था, हालंकि वैज्ञानिक शोध और कारगर दवाओं ने इसके इलाज को आसान बना दिया है। उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण् समिति एवं जिला एड्स नियंत्रण समिति मिलकर एड्स से बचाव एवं जागरूकता अभियान चला रही है ।
इस अवसर पर रेड क्रॉस की सह-संयोजिका लक्ष्मी कठैत, डॉ. विक्रम बर्त्वाल, डॉ. कमल बिष्ट, डॉ. हिमांशु जोशी, डॉ. सृचना सचदेवा, डॉ. राजपाल, डॉ. सुशील, नताशा, शिशुपाल सिंह, अजय पुण्डीर, शांति बिजल्वाण के साथ ही आफिया, आयुषी, निर्मल, सुनीता इत्यादि छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय महर एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनोज फोन्दणी द्वारा किया गया।
