बर्फबारी की कमी के कारण आइस स्कीइंग कोर्स का आयोजन निरस्त
1 min readउत्तरकाशी। बर्फबारी की कमी के कारण पर्यटन विभाग और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की ओर से हर्षिल घाटी के छोलमी गांव में हर वर्ष आयोजित कराये जाने वाला आइस स्कीइंग कोर्स निरस्त हो गया है, जिससे आइस स्कीइंग कोर्स से जुड़े खिलाड़ियों को निराश होना पड़ा है।
इस वर्ष जनपद में हुई कम बर्फबारी के कारण राज्यस्तरीय आइस स्कीइंग कोर्स का आयोजन नहीं हो पायेगा। पर्यटन विभाग और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित कराये जाने वाला राज्यस्तरीय आइस स्कीइंग कोर्स इस वर्ष निरस्त हो गया है, जिससे आइस स्कीइंग कोर्स से जुड़े खिलाड़ियों को निराश होना पड़ा है।
बतादें कि पर्यटन विभाग और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की ओर से हर वर्ष हर्षिल घाटी के छोलमी गांव में आइस स्कीइंग कोर्स का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी कोर्स का आयोजन होना था, लेकिन मौसम की बेरुखी के कारण पर्यटन विभाग को यह कोर्स निरस्त करना पड़ा है। कोर्स के लिए प्रदेश के 13 जनपदों से 60 खिलाड़ियों का चयन हुआ है, लेकिन कम बर्फबारी होने के कारण इस कोर्स को निरस्त करना पड़ा है।
जानकारों कहना है कि आइस स्कीइंग के लिए जहां पर स्लोप होता है, वहां पर तीन फीट से ऊपर बर्फ होनी चाहिए। लेकिन इस वर्ष हर्षिल घाटी में मात्र दो से ढाई फीट बर्फबारी हुई है। जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फबारी कम होने के कारण प्रदेश और जनपद में इस प्रकार के साहसिक खेलों पर असर पड़ रहा है।
बयान- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की ओर से बताया गया कि आइस स्कीइंग के लिए इस वर्ष पर्याप्त बर्फ नहीं है। इसलिए राज्य स्तरीय आइस स्कीइंग कोर्स को इस वर्ष निरस्त करना पड़ा। उत्तरकाशी जनपद से इस वर्ष छह युवा इसमें प्रतिभाग करने वाले थे।- मोहम्मद अली खान जिला साहसिक खेल अधिकारी