मानसून सीजन में नदियों के लेवल पर रखी जाएगी नजर, आपदा कंट्रोल रूम और बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया गया
1 min readदेहरादून। प्रदेश में मानसून झमाझम फवारों के साथ अपनी दस्तक दे चुका है, मानसून सीजन शुरू होने पर आपदाओं से निबटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग तैयारियों में जुट चुका है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जिसकी अर्ली मॉनिटरिंग सिस्टम से नदियों पर नजर रखी जा रही है।
नोडल अधिकारी डी सी उनियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक उत्तराखंड में आपदा का सीजन माना जाता है, जिसके लिए उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग और सिंचाई विभाग काम कर रहा है, सिंचाई खंड देहरादून में आपदा कंट्रोल रूम और बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इसमें 15 जून से 15 अक्टूबर तक आपदा नियंत्रण के लिए काम किया जाएगा। इसमें प्रदेश भर के सभी जिलों से रिपोर्ट आती है। वह रिपोर्ट शासन- प्रशासन को भेजी जाती है, ताकि उसपर त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि टीम चौबीसों घण्टे सक्रिय है। आपदा संभावित इलाकों में एई, जेई और तमाम टीम मॉनिटरिंग करती है। नदियों- नालों की सफाई भी लगातार की जा रही है। एआरए रुड़की अर्ली मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार कर रहा है। जिससे नदियों के लेवल पर नजर रखी जाएगी। कुछ स्थानों पर इसके माध्यम से मॉनिटरिंग की भी जा रही है।