कांग्रेस झूठे आरोप लगाकर, दानदाताओं का मनोबल तोड़ने की साजिश में जुटी : भट्ट
1 min readदेहरादून। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह केदार धाम को लेकर झूठे आरोपों से दानदाताओं का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रही है । प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, बिना तथ्यों के सिर्फ राजनैतिक लाभ के लिए कांग्रेस का सोना दान करने वाले श्रद्धालु पर ही गड़बड़ी का आरोप लगाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही पलटवार किया कि बतौर अध्यक्ष मंदिर समिति की अमानत को खैरात की तरह बांटने वाले अब 23 किलो सोने और 230000 ग्राम सोने में अंतर को घोटाला साबित करने में जुटे हैं । लगता है केदारनाथ चुनाव को लेकर उनके नेताओं में झूठ बोलने की प्रतिस्पर्धा भी चल रही है।
उन्होंने कहा, आज प्रत्येक व्यक्ति इस सच्चाई से भिज्ञ है कि न तो बाबा केदार के धाम में स्वर्णमंडन को लेकर कोई गड़बड़ी हुई है और न ही कोई सनातनी ऐसा करने की हिम्मत कर सकता है। लेकिन चूंकि कांग्रेस सनातन विरोधी पार्टी है, यही वजह है कि उनके नेता देवभूमि के धामों की छवि खराब करने के उद्देश्य से लगातार भ्रामक प्रचार कर रहे हैं । पर्यटन मंत्री और मंदिर समिति द्वारा पूर्व में ही इस पूरे प्रकरण को लेकर सभी जानकारियां सार्वजनिक कर दी हैं । उनके द्वारा प्रस्तुत बिल बाउचर और तथ्यात्मक जानकारी देंने से स्पष्ट हो गया है कि यह सब आरोप पूरी तरह निराधार हैं । लिहाजा अब कांग्रेस नेताओं ने श्रद्धालु दानदाता पर ही गड़बड़ी का आरोप लगाना शुरू कर दिया है । उनके आरोप झूठे एवं बेबुनियाद हैं, क्योंकि ऐसा कौन सा व्यक्ति होगा जो अधिक स्वर्ण दान देकर उसकी मात्रा को कमतर बताएगा । सर्वविदित है कि दानदाता ने जो कुछ दान किया उस पर किसी तरह की इनकम टैक्स छूट आज तक नही ली है।
उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि गड़बड़ी के आरोप को स्थापित करने में असफल होने पर कांग्रेस अब निचले स्तर की राजनीति पर उतर आई है। थक हार कर उनके नेता अब दानदाताओं के मनोबल को तोड़ने की साजिश में जुट गए हैं। कांग्रेस नही चाहती है कि कोई भी श्रद्धालु श्री बद्री केदार समेत तमाम धामों के दर्शन करने आए और वहां होने वाले धर्मार्थ कार्यों में सहयोग करे । जिसके लिए लगातार कांग्रेस नेता वहां की यात्रा व्यवस्था को लेकर और घोटालों की अफवाह फैलाते रहते हैं । लेकिन जनता को मुख्यमंत्री धामी पर पूरा विश्वास है, यही वजह है कि वे लगातार कांग्रेस पार्टी को नकारती जा रही है। लेकिन अब दानदाता पर आरोप लगाकर उन्होंने सनातन विरोध की सभी सीमाओं को पार कर दिया है।
साथ ही गणेश गोदियाल को उनके कालखंड की याद दिलाते हुए कहा, राज्य ने वो दौर भी देखा जब बतौर अध्यक्ष उन्होंने मंदिर समिति की अमानत को खैरात की तरह बांटा । आपदा में केदार धाम के गर्भ गृह में जूते पहनकर आपदा ट्यूरिज्म करते देश ने उन्हें टीवी पर देखा । अफसोस अब 23 किलो और 23000 ग्राम में अंतर बताकर, वे केदार बाबा की छवि और उनके भक्तों के विश्वास दोनों के साथ छल करने का काम कर रहे हैं । सच यह कि इन दिनों केदारनाथ उपचुनाव को लेकर, उनके नेताओं में बढ़ चढ़ झूठ बोलने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। लेकिन केदार घाटी की जनता के साथ समस्त सनातन समाज उनके इस पाप को देख रहा है, जिसके लिए वह उन्हें कभी माफ नहीं करने वाली है।