उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के उपनल कर्मी ने सचिव अनुसूचित जाती आयोग को भेजा पत्र
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देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से हटाए गए उपनल कार्मिक ने सचिव अनुसूचित जाति आयोग को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय पर अनुसूचित जाति के कार्मिक के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की।
उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में उपनल के माध्यम से वाहन चालक के पद पर तैनात कार्मिक अशोक कुमार ने सचिव अनुसूचित जाति आयोग को पत्र लिखकर अनुसूचित जाति के कार्मिक के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा हाईकोर्ट के आदेश के बाद हटाए गए 44 कार्मिकों में से 19 कार्मिकों को ही पुनर्नियुक्ति दी गई किंतु मुझे इससे बाहर रखा गया। अशोक ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों से पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने कार्यों का निर्वहन कर रहा है किंतु अनुसूचित जाति का कार्मिक होने के कारण विश्वविद्यालय द्वारा यह कह कर हटा दिया गया कि आप अधिसंख्यक के रूप में कार्य थे इसलिए आपका कार्य विस्तार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने सचिव अनुसूचित जाति आयोग से गुहार लगाई है कि विश्वविद्यालय में नियम विरुद्ध हुई नियुक्तियों की जांच कर न्याय दिलाने की मांग की।