उत्तराखंड सरकार ने फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने का लिया निर्णय
1 min readदेहरादून। उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों के लिए अब नियमों में बदलाव किया जाएगा। 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा की शुरुआत के एक माह पूरे हो चुके हैं। इस एक माह में केदारनाथ में रेकॉर्ड 7.48 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। वहीं, बद्रीननाथ धाम में 4.72 लाख, यमुनोत्री धाम में 3.46 लाख और गंगोत्री धाम में 3.39 लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं। इसके अलावा प्रदेश के तमाम हिल स्टेशन और धार्मिक स्थलों पर लोगों की भीड़ दिख रही है। इस प्रकार की स्थिति को लेकर अब उत्तराखंड सरकार ने कई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। भीड़ नियंत्रण और नियमों के पालन पर जोर दिया जा रहा है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव ने अहम बैठक कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। उत्तराखंड सरकार ने फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने का निर्णय लिया गया है।
- प्रदेश में फेसलेस चालान सिस्टम को किया जाएगा लागू
- ट्रैफिक सिग्नल को एएनपीआर-आरएलवीडी सिस्टम से होगा अपग्रेड
- हेलमेट और सीट बेल्ट के नियम को कड़ाई लागू कराएंगे
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने परिवहन विभाग से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के बाद हुए डेथ ऑडिट के बाद उठाए गए सुधारात्मक कदमों की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही, उन्होंने पूरी तरह से फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिए है। राधा रतूडी ने पूरी राज्य सीमा एवं सभी मुख्य मार्गों पर एएनपीआर कैमरों के साथ ही शहरों में ड्रोन कैमरों से ट्रैफिक व्यवस्था की मॉनिटरिंग एवं चालान के निर्देश दिए हैं। सीएस ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में सप्ताह में एक दिन बच्चों को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्रैफिक सिगनल को एएनपीआर तथा आरएलवीडी सिस्टम से अपग्रेड करने के निर्देश दिए हैं।