वैवाहिक जीवन के लिए जरूरी है भरोसा : लवदास महाराज
1 min readपति-पत्नी एक-दूसरे का भरोसा तोड़ेंगे तो रिश्ता टिक नहीं पाएगा
उत्तरकाशी: नंगाण गांव थोक के थान गांव में महर्षि जमदग्नि महाराज के नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ 11 दिवसीय शिव पुराण का दिव्य आयोजन चल है। कथा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लग रहा है। कथा वक्ता संत लवदास जी महाराज ने कहा कि पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल बिगड़ता है तो रिश्ता भी बिगड़ने लगता है। इस रिश्ते में आपसी भरोसा होना सबसे ज्यादा जरूरी है। पति-पत्नी एक-दूसरे का भरोसा तोड़ते हैं तो मैरिड लाइफ बर्बाद हो जाती है। ये बात शिव महापुराण की एक कहानी से समझ सकते हैं।
शिव महापुराण में चंचुला और बिंदुक की कहानी है। इन दोनों की शादी हो गई थी। शादी के बाद से बिंदुक चंचुला को छोड़कर दूसरी महिलाओं के साथ रहता था। बिंदुक का आचरण बहुत गिर गया था।
बहुत समय तक चंचुला ने पति की गलतियों को नजरअंदाज किया और धैर्य रखा। पति को सुधारने की कोशिशें कीं, लेकिन बिंदुक का आचरण नहीं सुधरा। पति की उपेक्षा के चलते चंचुला का मन भी दूसरे पुरुषों की ओर भटकने लगा। अब वह भी अपने आचरण से गिर गई थी।
पति-पत्नी दोनों ने एक-दूसरे का भरोसा तोड़ दिया था। कुछ दिनों के बाद बीमारी की वजह से बिंदुक मर गया। अब चंचुला अकेली रह गई। एक दिन उसे प्रायश्चित हुआ कि मैंने पति की तरह ही गलत काम किए हैं। इस पछतावे के बाद चंचुला ने शिवपुराण की कथा सुनी। कथा से उसे ज्ञान मिला कि शिव कथा सुनने से मन शांत रहता है। वह शिव जी की भक्ति करने लगी थी।
जब चंचुला की मृत्यु हुई तो उसकी आत्मा शिव लोक पहुंची। शिव लोक में देवी पार्वती ने चंचुला का साथ दिया और शिव जी से कहा कि इस स्त्री का दोष है, इसने भी अपने पति की तरह गलत काम किए हैं, लेकिन इसने ये सब पति की उपेक्षा की वजह से किए हैं। इसलिए इसे मोक्ष मिलना चाहिए। इसके बाद शिव जी और देवी पार्वती ने बिंदुक-चंचुला की आत्माओं से कहा कि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी को एक-दूसरे के लिए विश्वास और ईमानदारी रखनी चाहिए। शिव-पार्वती की बातें सुनकर दोनों को अपनी गलतियों का पछतावा हुआ और उन्होंने भगवान से क्षमा याचना की।
उत्तरकाशी जिले के बड़कोट तहसील के थान गांव में नगाण थोक के मस्सू, सुकण, गौल, फूलधार, स्यालब, पालर, स्यालना ग्रामीणों द्वारा 11 दिवसीय सामूहिक शिव महापुराण का भव्य आयोजन इन दिनों थान नगान गाँव में हो रहा है । ग्रामीणों स्वयं ने संसाधनों से 18वी शदी में निर्मित श्री जमदग्नि ऋषि के पौराणिक मंदिर का जीर्णोद्धार कर भव्य मंदिर निर्माण कराया है । इस शुभ अवसर पर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ क्षेत्र वासियों द्वारा शिव महापुराण का आयोजन किया गया है । इस मौके पर मण्डप आचार्य-दी विरोश नौटियाल , मधुवन डिमरी ,पुजारी” गणेश प्रसाद बिजल्वाण ,चन्द्रमणी सेमवाल,विकास डिमरी, संदीप खंडूरी,मनमोहन बिजल्वाण,राजेश डिमरी, यमदग्नी ऋषी मंदिर समिति अध्यक्ष हरदेव चौहान , प्यारचंद सिंह, दरमियान सिंह ,वीरेंद्र सिंह , एलएम सिंह , जोगेंद्र सिंह दशरथ सिंह , केंद्र सिंह , भागीराम चौहान, गजेन्द्र सिंह, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, शांति प्रसाद डिमरी, सुशील प्रसाद डिमरी, आदि समस्त क्षेत्र उपस्थित उपस्थित रहे ।