स्थानीय भाषाओं का प्रचार-प्रसार एवं उपयोग भी समानांतर रूप से करना चाहिए: प्रोफेसर आर के उभान
1 min readनरेन्द्रनगर। अकादमिक संस्थानों में भाषाओं का ज्ञान लेना हमें व्यावसायिक और अंतर- संस्कृतियों को समझने में सहायता करता है। वहीं हमें स्थानीय भाषाओं का प्रचार-प्रसार एवं उपयोग भी समानांतर रूप से करना चाहिए जिससे सामाजिक एकता एवं सांस्कृतिक विविधता समृद्ध हो सके। यह विचार गुरुवार को हिंदी दिवस के अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर आर के उभान ने व्यक्त किये ।
विदित हो कि धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के हिंदी विभाग ने आज हिंदी दिवस के अवसर पर विभागीय परिषद एवं आइक्यूएसी प्रकोष्ठ के बैनर तल’ हिंदी भाषा का विकास, स्थिति एवं भविष्य’ पर चर्चा के साथ प्रश्नोत्तरी एवं काव्य पाठ के कार्यक्रम आयोजित किये। कार्यक्रम में हेमंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की 77वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण स्मरण के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं महाविद्यालय के कुल गीत के गायन के साथ किया गया।
हिंदी की महत्ता पर चर्चा करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर आशुतोष शरण ने राष्ट्रभाषा एवं राजभाषा के अंतर को स्पष्ट किया तथा हिंदी भाषा में तकनीकी शब्दों के अभाव को हिंदी भाषा की चुनौती बताया।
डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने हिंदी पत्रकारिता का हिंदी भाषा के प्रचार- प्रसार एवं देश की आजादी में योगदान को रेखांकित किया।उन्होंने विश्व के लगभग 80 करोड लोगों द्वारा हिंदी बोले जाने को भाषा की समृद्धिता बताया।
कार्यक्रम के संयोजक एवं संचालक हिंदी विभाग के प्रभारी डॉक्टर जितेंद्र नौटियाल ने हिंदी भाषा के उद्भव और विकास पर प्रकाश डाला।
छात्रों के लिए आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में आंचल, बीए तृतीय सेमेस्टर ने प्रथम ,लोकेश बीसीए प्रथम सेमेस्टर ने द्वितीय, तथा सिया बीएससी प्रथम सेमेस्टर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। काव्य पाठ की प्रतियोगिता में बीए तृतीय सेमेस्टर की विशाखा ने प्रथम,बीए तृतीय सेमेस्टर की सानिया ने द्वितीय तथा बीए तृतीय सेमेस्टर के महेश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया वहीं स्वरचित रचना के लिए विशिष्ट पुरस्कार को बीएससी प्रथम सेमेस्टर की अंबिका सेमवाल ने प्राप्त किया।
प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ आराधना सक्सेना एवं डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने अपना सहयोग दिया। इस अवसर पर डॉ देवेंद्र कुमार ,डॉ चेतन भट्ट, शिशुपाल रावत के अलावा कॉलेज के छात्र-छात्राएं एवं अन्य प्राध्यापक विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का छायांकन विशाल त्यागी ने किया।