December 8, 2024

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पूरा का पूरा भारत का हिस्सा: राज्यपाल

1 min read
  • मिल्ट्री हिस्ट्री सेमीनार के सातवें संस्करण में बोले राज्यपाल
  • वेल्हम बॉयज स्कूल में आयोजित सेमीनार में 40 स्कूलों के छात्रों ने किया प्रतिभाग

देहरादून। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पूरा का पूरा भारत का हिस्सा है। जल्द ही इसे हम लेकर रहेंगे। पाकिस्तान और चीन सिर्फ चालाकियां दिखाते हैं। इन दोनों की नजर पीओके पर साल 1955 से है और अलग-अलग रूप में वह इस ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन पीओके पर हमारा दुश्मन सिर्फ पाकिस्तान नहीं है। बल्कि खराब मौसम, चुनौतियां भी हमारी दुश्मन हैं। यह बातें बृहस्पतिवार को राज्यपाल ले.ज.(सेनि.) गुरमीत सिंह ने वेल्हम बॉयज स्कूल में आयोजित मिल्ट्री हिस्ट्री सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि कही।


स्कूल के सभागार में आयोजित सेमिनार के सातवें संस्करण में देश भर के 40 स्कूलों के छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं। सेमिनार के उद्घाटन सत्र पर लेखक व फिल्मनिर्माता शिव कुणाल वर्मा से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने कहा, चीन हमसे सीधे टकराने के बजाए छल कपट, मीडिया और साइक्लाजिकल वॉर की रणनीति अपना रहा है। आज पूरी दुनिया के लिए चीन को समझना एक बड़ी चुनौती है। उसकी विस्तार वादी नीति से भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा, चीनी पीएलए दुनिया की सबसे बड़ी फौज है, यह सिर्फ एक मिथक है। पीएलए सिर्फ चीन की राजनैतिक पार्टी का हिस्सा है। उसके जवानों में ना देशभक्ति है ना ही देश के लिए मर मिटने का जज्बा और न ही वह देश के लिए बलिदान देने की समझ रखते हैं। लेकिन भारतीय सेना देश की सेना है, जो देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने को तैयार है। गलवान के बाद खुद चीन को और दुनिया को उसकी असलियत पता चल गई है। सेमिनार शुरू होने से पहले स्कूल के अध्यक्ष दर्शन सिंह ने छात्रों को मिल्ट्री हिस्ट्री सेमीनार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता केन, पूर्व एडमिरल अरुण प्रकाश, पूर्व एयर मार्शल फिलिप राजकुमार, पूर्व वाइस एडमिरल प्रदीप चौहान, लेज. हरिंदर सिंह, लेज. केजे सिंह और लबासना के पूर्व डायरेक्टर संजीव चोपड़ा सहित कई विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे।

हमें एआई और तकनीक को पढ़ाना होगा

छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा, आने वाला समय आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीकों का है। जो हर क्षेत्र में जितना इनका इस्तेमाल करेगा वो उतनी तरक्की करेगा। ऐसे में हमें एआई और तकनीक की पढ़ाई कर इन्हें ज्यादा समझना होगा और यह सिर्फ पढ़ाई से ही संभव है। आने वाले समय में लड़ाई से लेकर पढ़ाई तक हर चीज एआई और तकनीकों का होगा। इंसानी दिमाग और शरीर का सीधा रोल काफी हद तक कम हो जाएगा। राज्यपाल ने बच्चों को दूसरों से अलग बनने के लिए एक घंटा ज्यादा मेहतन, पढ़ाई की आदत और कम्यूनिकेशन स्किल पर विशेष ध्यान दें।

चीन ने कभी नहीं स्वीकारी अपनी गलत

राज्यपाल ने कहा, कोरोनाकाल के दौरान चीन ने कभी भी अपनी गलती नहीं स्वीकार की। जबकि चीन की वजह से ही दुनिया भर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पहले मुगलों ने हमारे देश पर अत्याचार किया और फिर ब्रिटिश ने हमारे आत्मसम्मान और संस्कृति को खत्म करने का काम किया। लेकिन अब भारत ने अपना रुख बदला लिया है। हम अब हर मंच पर दहाड़ के बोलते हैं। भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता। साथ ही उन्होंने कहा, राष्ट्र की आत्मा से अगर बात करनी है तो हमें हिंदी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। जबकि गहरे ज्ञान के लिए हमें संस्कृत भी आनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.